Thursday, March 27, 2014

कबीर



सहज मिले तो दूध सम, मांगे मिले तो पानी 
कहे कबीर वो रक्त सम, जा में खींचातानी...

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विदा 2021

साल 2021 को अगर 364 पन्नों की एक किताब मान लूँ तो ज़्यादातर पन्ने ख़ुशगवार, शानदार और अपनों के प्यार से महकते मालूम होते हैं। हिसाब-किताब अगर ...