Monday, February 27, 2012

ये सच है की तुम्हे मैंने अपनी जिंदगी माना
ये भी सच ही है कि- जिंदगी का कोई भरोसा नहीं!!!
बड़ा विरोधाभाष है...खैर...अपना ख्याल रखना ऐ जिंदगी!!!

विदा 2021

साल 2021 को अगर 364 पन्नों की एक किताब मान लूँ तो ज़्यादातर पन्ने ख़ुशगवार, शानदार और अपनों के प्यार से महकते मालूम होते हैं। हिसाब-किताब अगर ...