Sunday, September 08, 2019

छिछोरे #रिव्यू

छिछोरे.. यह फिल्म हर माँ बाप को अपने बच्चों के साथ और हर महबूब को अपने आशिक के साथ देखनी चाहिये.. वे लोग जो सपने देखते हैं, ये उनकी फिल्म है..  यह जीतने वालों ही नहीं हारने वालों की फिल्म भी है.. यह दोस्ती, भरोसे और संकल्प की कहानी है.. मस्ती में डूबे नौजवानों की कहानी है. डायरेक्टर नितेश तिवारी ने दंगल के बाद भारतीय सिनेमा को एक और खूबसूरत फिल्म की सौगात दी है.. और अंत में ज़िंदगी में सबसे महत्वपूर्ण चीज खुद ज़िंदगी ही है इस मैसेज के साथ यह फिल्म हमें ऑक्सीजन भी दे जाती है..  मेरी रेटिंग पांच में से साढ़े चार स्टार..देख आईयेगा... शुक्रिया!

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विदा 2021

साल 2021 को अगर 364 पन्नों की एक किताब मान लूँ तो ज़्यादातर पन्ने ख़ुशगवार, शानदार और अपनों के प्यार से महकते मालूम होते हैं। हिसाब-किताब अगर ...